स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे अधिक पाया जाने वाला कैंसर है। हालांकि, यह पुरुषों को भी प्रभावित कर सकता है। यदि इसे प्रारंभिक अवस्था में पहचाना जाए, तो इसका उपचार अधिक प्रभावी हो सकता है। इस लेख में हम स्तन कैंसर के लक्षण, कारण, बचाव के तरीके और भारत के प्रमुख कैंसर अस्पतालों की जानकारी साझा कर रहे हैं।
स्तन कैंसर के लक्षण (Breast Cancer Symptoms in Hindi)
स्तन कैंसर के लक्षण हर व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। कुछ महिलाओं को कोई लक्षण महसूस नहीं होते, जबकि कुछ को स्पष्ट संकेत दिखाई देते हैं।
1. स्तन या बगल में गांठ (Lump or Thickening in Breast or Armpit)

स्तन या अंडरआर्म (बगल) में नई गांठ, कठोरता या सूजन महसूस होना स्तन कैंसर का एक प्रमुख संकेत हो सकता है। ये गांठें अक्सर दर्दरहित होती हैं, लेकिन कभी-कभी उनमें हल्का दर्द भी महसूस हो सकता है। (felixhospital.com)
2. स्तनों के आकार या आकार में असामान्य परिवर्तन

यदि आपके किसी एक स्तन का आकार या आकृति दूसरे से अलग दिखने लगे या कोई असमानता उत्पन्न हो जाए, तो यह एक चेतावनी संकेत हो सकता है। (medanta.org)
3. त्वचा में बदलाव (Skin Changes)

स्तन की त्वचा पर असामान्य बदलाव, जैसे लालिमा, सूजन, त्वचा का मोटा होना, या डिंपल्स (गड्ढे) आना, कैंसर का संकेत हो सकता है। (ujalacygnus.com)
4. निप्पल में बदलाव (Nipple Changes)

- निप्पल का अंदर की ओर मुड़ना
- निप्पल से असामान्य स्राव (खून या अन्य तरल पदार्थ)
- निप्पल के आसपास खुजली, जलन, लालिमा या पपड़ी बनना
(careinsurance.com)
5. स्तनों में दर्द या असहजता

अगर बिना किसी स्पष्ट कारण के स्तन या निप्पल में दर्द हो, जो लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है। (jansatta.com)
स्तन कैंसर के कारण और जोखिम कारक
स्तन कैंसर होने के कई संभावित कारण और जोखिम कारक हैं।
- उम्र: 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- पारिवारिक इतिहास: यदि परिवार में किसी को स्तन कैंसर हुआ है, तो आपको भी इसका खतरा अधिक हो सकता है।
- हार्मोनल असंतुलन: लम्बे समय तक हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी लेने से स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
- अस्वस्थ जीवनशैली: धूम्रपान, शराब का सेवन, और मोटापा स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
स्तन कैंसर से बचाव के उपाय
1. नियमित स्तन जांच (Breast Self-Examination)
हर महिला को महीने में कम से कम एक बार अपने स्तनों की स्वयं जांच करनी चाहिए। अगर कोई असामान्य गांठ, दर्द या बदलाव दिखे, तो डॉक्टर से संपर्क करें। (felixhospital.com)
2. संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली
- नियमित व्यायाम करें
- शराब और धूम्रपान से बचें
- हरी सब्जियां, फल, और पौष्टिक आहार का सेवन करें (redcliffelabs.com)
3. नियमित मेडिकल जांच
40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को मैमोग्राफी और चिकित्सकीय जांच करवानी चाहिए।
भारत के प्रमुख कैंसर अस्पताल
स्तन कैंसर के इलाज के लिए भारत में कई प्रतिष्ठित अस्पताल हैं:
- टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई
- डॉ. बी.आर. अंबेडकर इंस्टीट्यूट रोटरी कैंसर हॉस्पिटल (AIIMS), नई दिल्ली
- महावीर कैंसर संस्थान, पटना
- होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल, वाराणसी
- श्री शंकरा कैंसर हॉस्पिटल, बेंगलुरु
- ठाकुरपुकुर कैंसर हॉस्पिटल, कोलकाता
निष्कर्ष
स्तन कैंसर का शुरुआती पहचान और समय पर इलाज संभव है। इसलिए, नियमित रूप से स्तन जांच करवाना, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, और किसी भी असामान्य लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद जरूरी है।
यदि आपको कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो देरी न करें और विशेषज्ञ से संपर्क करें।